The Fact About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा That No One Is Suggesting
The Fact About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा That No One Is Suggesting
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लिंगकोटिसहस्त्रस्य यत्फलं संम्यगर्चनात्।
श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अर्जुन सिंह चंदेल ने बताया कि हिंदू धर्म की प्राचीन पुराणों में भी पारद शिवलिंग की पूजा को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. धार्मिक मान्यता है कि पारद शिवलिंग की पूजा समस्त दैहिक, दैविक एवं भौतिक महादुखों से मुक्ति दिलाने वाला है. कहा जाता है कि पारद शिवलिंग में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही देव विद्धमान रहते हैं.
घर में धातु का शिवलिंग है, तो यह सिर्फ सोने चांदी और तांबे से बनी होनी चाहिए। इस पर एक नाग भी लिपटा रहना चाहिए।
यदि आप उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, अस्थमा, तथा डायबिटीज जैसी बीमारियो से परेशान हैं, तो आपको बस पारद शिवलिंग की पुजा करनी है, इससे आपको अवश्य ही लाभ प्राप्त होगा।
अगर किसी व्यक्ति पर नकारात्मक शक्तियों का या ग्रहों के अशुभ प्रभाव का असर है तो पारद शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएं और फिर गंगाजल को उस व्यक्ति पर छिड़क दें, ऐसा करने से सभी नकारात्मक चीजें दूर हो जाती हैं। साथ ही अगर आप उस गंगाजल को कार्यक्षेत्र या व्यापारिक स्थल पर छिड़क देते हैं तो उन्नति होती है और लाभ के नए अवसर भी प्राप्त होते हैं।
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- सरसों के तेल से अभिषेक करने से रोग तथा शत्रुओं का नाश होता है।
इस शिवलिंग को सही दिशा में रखना अत्यधिक आवश्यक होता है।
auspicious time to begin work, shubh muhurat for setting up new functions, shubh muhurat for opening new operate, auspicious time to start out event
आपको बता दें कि सनातन परंपरा में भगवान शिव की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इसी के साथ सोमवार के दिन भगवान शिव की साधना के लिए समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक भगवान शिव की पूजा करता है उस पर भगवान की विशेष कृपा उस पर बनती है। इसके अलावा सभी शिवलिंग की पूजा में पारद शिवलिंग की पूजा करना बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।
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- गन्ने के रस से अभिषेक करने पर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
मध्वाज्येन धनार्थी स्यान्मुमुक्षुस्तीर्थवारिणा।